- स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल में मुहैया करायी जानेवाली शिक्षा सम्पूर्ण और समग्र प्रकार की होगी जिसमें शैक्षिक विकास के अलावा शारीरिक, भावनात्मक और कलात्मक विकास भी शामिल है।
- स्कूलों में अनुसूचित जाति के बालक बालिकाओं, अनुसूचित जन जाति के बालक-बालिकाओं, अन्य पिछड़ा वर्ग के बालक – बालिकाओं, अल्प संख्यक वर्ग के बालक-बालिकाओं, विधवा व परित्यक्ता की संतानों एवं विकलांगों को प्रवेश में विशेष प्राथमिकता दी जावेगी।
- मॉडल स्कूलों में कक्षा 1 से 12 तक अध्ययन अध्यापन का प्रावधान एवं सह शिक्षा की व्यवस्था होगी।
- स्कूलों में पर्याप्त सूचना और संचार प्रोद्योगिकी Infrastructure, इन्टरनेट कनेक्टिवटी और पूर्ण कालिक कम्प्यूटर शिक्षक उपलब्ध होंगे। विज्ञान, गणित और अग्रेजी भाषा के सम्प्रेषण पर विशेष जोर दिया जायेगा। यदि आवश्यक होगा तो अंग्रेजी विषय में कमजोर छात्रों के लिए Bridge Course एवं Remedial teaching भी संचालित होगीं।
- मॉडल स्कूलों में अंग्रेजी भाषा में शिक्षण व सम्प्रेषण पर विशेष बल होगा। विद्यालयों में English speaking skill विकसित करने के लिए विशेष प्रावधान रखा गया है।
- इन स्कूलों का वातावरण ऐसा होगा जिससे विद्यालयों में नेतृत्व के गुण, सहयोग की भावना, भागीदारी योग्यताएं, वास्तविक जीवन की परिस्थिति से जूझने के लिए सुलभ कौशल और योग्यता प्राप्त हो सके।
- इन स्कूलों में सामान्य मानदण्डों के अनुसार विषय-वार शिक्षकों के अलावा कला, चित्रकला व संगीत के शिक्षक भी उपलब्ध कराये जायेंगे। भारतीय विरासत तथा कला शिल्प पर जोर देते हुए विभिन्न गतिविधियों के लिए सुविधा सृजित की जायेगी।
- योजना में निर्धारित मापदण्डों के अनुसार एक कक्षा में छात्र शिक्षक का आदर्श अनुपात 1:25 होना अपेक्षित है परन्तु शिक्षण कक्षों में कम से कम 40 छात्रों को समायोजित करने हेतु काफी विस्तृत स्थान उपलब्ध करवाया जावेगा एवं किसी भी परिस्थिति में शिक्षण कक्ष में छात्र अनुपात 1:40 से अधिक नहीं होगा।
- इन स्कूलों में आवश्यक Infrastructure facilities केवल शिक्षण आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए नहीं बल्कि खेलों और सह-पाठयक्रम सम्बन्धी गतिविधियों के लिए उपलब्ध करायी गई है जिससे इन विद्यालयों में विद्याथियों को खेलकूद, मनोरजंन, आधुनिकतम तकनीक से युक्त सह शैक्षिक गतिविधियों के लिए पर्याप्त अवसर दिया जा सके।
- मॉडल स्कूलों में खेल के मैदान, आर.ओ.टी., आई.सी. लैब जैसी सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं। छात्रों और शिक्षकों के लिए स्तरीय अंग्रेजी माध्यम की पुस्तकों और पत्रिकाओं से सुसज्जित एवं आधुनिक सुविधायुक्त पुस्तकालय का प्रावधान रखा गया है।
- स्कूलों द्वारा राष्ट्रीय पाठयचर्या रूपरेखा 2005 (NCF, 2005) तथा सरकार द्वारा समय समय पर अपनाए गए अनुसार इसके पाठान्तरों का अनुसरण करना होगा।
- पाठ्यक्रम शिक्षण में स्थानीय संस्कृति और वातावरण को शामिल करना होगा और अध्ययन अध्यापन मुख्यतः गतिविधि आधारित होगा।
- विद्यार्थियों में स्वास्थ्य शिक्षा और स्वास्थ्य सम्बन्धी जांच को शुरू किया जायेगा।
- इन स्कूलों में निःशक्त बच्चों की आवश्यकता को पूरा करने की सुविधाएं होगी और विशेष शिक्षकों हेतु भी व्यवस्था की जावेगी।
- शिक्षा के अतिरिक्त क्षेत्रीय भ्रमण और शैक्षणिक दौरे स्कूल गतिविधि का अभिन्न अंग होगें।
- भविष्य में इन स्कूलों में छात्रों की शैक्षिक, भावनात्मक और व्यवहार सम्बन्धी आवश्यकताओं का समाधान करने के लिए मनोवैज्ञानिक सेवाएं ली जावेगी।
- स्कूलों में स्काउट व गाईड की व्यवस्था की जावेगी ताकि उनमें राष्ट्रत्व की भावना व अनुशासित जीवन बिताने की क्षमता आ सके।
- स्वामी विवेकानन्द राजकीय मॉडल स्कूल ब्लाक के लिए आईकन साबित होंगे ताकि उस क्षेत्र के अन्य स्कूलों को भी मॉडल स्कूल में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ प्राप्त हो सके।